
डी के सरजाल
कोरबा/रायपुर, 16 दिसंबर 2025: छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर चल रही धान खरीदी प्रक्रिया में आ रही विभिन्न समस्याओं को लेकर पाली-तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से मुद्दा उठाया। उन्होंने कोरबा जिले में राजस्व अभिलेखों की ऑनलाइन त्रुटियों, खरीदी सीमा में कटौती तथा धान की गुणवत्ता के नाम पर किसानों को हो रही परेशानियों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
विधायक श्री मरकाम ने अपने ध्यानाकर्षण में कहा कि प्रदेश सरकार किसानों का एक-एक दाना धान समर्थन मूल्य पर 21 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदने के लिए दृढ़ संकल्पित है। कोरबा एक औद्योगिक जिला होने के बावजूद यहां की आधी से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है। दुर्भाग्यवश जिले भर में किसानों के राजस्व अभिलेखों में व्यापक ऑनलाइन त्रुटियां (धान रकबा शून्य दिखना, गिरदावरी, एग्रीस्टैक फॉरवर्ड न होना आदि) सामने आ रही हैं, जिसके सुधार के लिए ऋणी-अऋणी किसान कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि धान उपार्जन केंद्रों पर पिछले वर्ष की तुलना में खरीदी लिमिट आधी कर दी गई है। अधिक नमी या अधिक सूखे धान का हवाला देकर किसानों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है, जिससे शासन-प्रशासन के प्रति किसानों में रोष व्याप्त है।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू की है तथा प्रति एकड़ अधिकतम 21 क्विंटल की सीमा निर्धारित की है। प्रदेश भर में धान खरीदी को लेकर अव्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा सदन में हंगामा भी हुआ है।
विधायक श्री मरकाम ने सरकार से इन समस्याओं के त्वरित निराकरण की मांग की है ताकि किसानों को राहत मिल सके।










