
कोरबा, 18 दिसंबर 2025: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कटघोरा वनमंडल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी ने तड़के सुबह एक महिला को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना जटगा वन परिक्षेत्र के ग्राम बिंझरा की है। मृतका की पहचान 36 वर्षीय मीना बाई पत्नी रामकुमार के रूप में हुई है।
घटना के अनुसार, पति-पत्नी सुबह शौच के लिए गांव से सटे जंगल में गए थे। वापस लौटते समय अचानक दंतैल हाथी का सामना हो गया। हाथी को देखते ही पति जान बचाकर भाग निकला, लेकिन हाथी ने मीना बाई पर हमला कर उन्हें कुचल दिया
यह घटना पिछले 24 घंटों में हाथी हमले की दूसरी घटना है। इससे एक दिन पहले चैतमा वन परिक्षेत्र में हाथी ने एक पति-पत्नी पर हमला किया था, जब वे घर के आंगन में सो रहे थे। हाथी ने पत्नी को पटककर मार डाला, जबकि पति खाट के नीचे छुपकर बाल-बाल बचा। करीब पांच दिन पहले बिलासपुर रेंज में भी एक महिला की हाथी ने मौत मार डाला था। बताया जा रहा है कि वही दंतैल हाथी झुंड से बिछड़कर बिलासपुर से कटघोरा क्षेत्र में पहुंचा है और मानव बस्तियों के करीब घूम रहा है।
बीते एक सप्ताह में हाथियों के हमलों से तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोग रात में घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। कटघोरा के डीएफओ निशांत झा ने बताया कि वन विभाग की टीम ने घटनाक्रम की जांच की और मृतका के परिजनों को जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में तत्काल सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपये प्रदान किए गए। दंतैल हाथी की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर वन विभाग की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जंगलों की कमी और खनन गतिविधियों के कारण हाथी मानव बस्तियों की ओर आ रहे हैं। यदि शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसी घटनाएं बढ़ सकती हैं।










