
डी के सरजाल
**धमतरी, 18 दिसंबर 2025**: नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत द्वारा ईडी की चार्जशीट खारिज करने के बाद छत्तीसगढ़ के धमतरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और भाजपा कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई, जिससे माहौल गरमा गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर के प्रमुख मार्गों से रैली निकालकर भाजपा कार्यालय की ओर कूच किया। कार्यालय से करीब 200 मीटर पहले पुलिस ने भारी बल तैनात कर 12 फीट ऊंचे बैरिकेड लगा दिए। जैसे ही प्रदर्शनकारी बैरिकेड के पास पहुंचे, धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार और ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
झड़प के दौरान विधायक अम्बिका मरकाम और पूर्व विधायक लेखराम साहू का पैर पोस्टर-बैनर में फंस गया, जिससे दोनों सड़क पर गिर पड़े और उन्हें हल्की चोटें आईं। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं और पुलिस ने उन्हें संभाला। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर हालात को नियंत्रित किया और प्रदर्शन के बाद भारी पुलिस बल तैनात रहा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष तारिणी चंद्राकर ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में दर्ज एफआईआर को अदालत ने खारिज कर दिया है, जो “सत्य की जीत” है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं को वर्षों तक परेशान किया, लेकिन अदालत के फैसले ने सच्चाई उजागर कर दी।
विधायक ओंकार साहू ने कहा कि 2012 से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को प्रताड़ित किया जा रहा है। ईडी ने 12 वर्षों तक जांच के नाम पर परेशान किया, लेकिन अदालत ने मामला खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को “सत्य की जीत” का संदेश देने के लिए ही कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय घेराव करने पहुंचे थे।
**पृष्ठभूमि**: नेशनल हेराल्ड मामला 2012 में शुरू हुआ था, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित अन्य पर आरोप लगाते हुए याचिका दायर की। आरोप था कि यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जा किया गया। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया और अदालत के हालिया फैसले को अपनी जीत करार दिया है।
यह प्रदर्शन देश के कई हिस्सों में हो रहे कांग्रेस के विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा है, जहां पार्टी भाजपा पर “राजनीतिक प्रतिशोध” का आरोप लगा रही है। धमतरी में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन झड़प ने सियासी तनाव को बढ़ा दिया।










